चिड़िया घर से निकली है
मुक्त गगन में उड़ने के लिए
अपने प्यारे पंख फैलाए
नए-नए सपने सजाए
आशाओं के दीप जलाए
प्यारी चिड़िया निकली है।
एक अनोखी उड़ान के लिए
अपनी आकांक्षाओं के लिए
नीत नए सपनों को बुनकर
उनको पुरा करने
वो चिड़िया निकली है।
चिड़िया घर से निकली है
गिद्ध की नजरों से बचती
अपने पंख हवा में फैलाए
ठंडी हवा में शान से
मासुम चिड़िया निकली है।
Written By Radha Rani
No comments:
Post a Comment