Saturday, June 9, 2018

जहां रौशनी का मिलन हो रहा था



जहां रौशनी का मिलन हो रहा था
वहां एक कहानी रची जा रही थी
वो कहानी जो मेरी थी
वो कहानी जो हमारी थी
वो रौशनी हम ही तो थे
जो वर्षों बाद मिल रहे थे
हम दो रौशनीयों के मिलन से 
तुम आए थे 
हमारी जिंदगी में उजाला भरने
हमारी जिंदगी सवारने
अपने प्यारे से मुस्कान से
मेरी मुस्कान को दोगुना करने
आज तुम ही तो हो 
मेरी आंखों के उजाले
तुम ही तो आए थे
मेरा घर रौशन करने
जहां रौशनी का मिलन हो रहा था
वहां तुम्हारा जन्म हो रहा था
हमारी सकारात्मक सोंच का जन्म हो रहा था
जहां रौशनी का मिलन हो रहा था
वहां तुम्हारी कहानी रची जा रही थी।

Written By Radha Rani




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