Friday, June 26, 2015

हमारा दो मिनट

हमारा दो मिनट
सबसे प्यारा दो मिनट
सबका दुलारा दो मिनट
आँखों का तारा दो मिनट
सुबह में दो मिनट
शाम होते ही दो मिनट
जब मन चाहे दो मिनट
आधी रात को भी दो मिनट
यारों ये दो मिनट
क्या खत्म हो जाएगा ये दो मिनट???
अब मम्मी कैसे कहेगी
बस दो मिनट…..
 
 
 
Written By:- Radha Rani

No comments:

Post a Comment

अब भी दिल रो देता है

अब भी दिल रो देता है जब भी उन गलियों से गुजरती हूं तेरे होने का एहसास होता है अचानक से कदम खुद रुक जाते हैं और मैं वहीं एक टक तुम्हें वही ढु...