उसके बारे में क्या कहूं
वो हवा है
जो महसूस तो होगा
पर दिखाई नहीं देगा।
वो पानी है
जो अपना रास्ता खुद बनाते हैं।
वो मिट्टी है
जिसे जिस रूप में ढालो
वो उस रूप में ढ़ल जाए।
वो पत्थर है
उसपर किसी बात का
असर नहीं होता
वो चट्टान है
वो अडिग है
वो भ्रमित नहीं है
उसके बारे में क्या कहूं
वो तो अलग है
अनोखा है
बिल्कुल अलग।।
Written by Radha Rani
No comments:
Post a Comment