एक सवाल है
मेरा उन हरामखोरों से
जो बिना मेहनत के
अमीर बनने का ख्वाब देखते हैं।
एक सवाल है
मेरा उन हैवानों से
जो अपनी मां, बहन, बेटियों को छोड़
दुसरे के मां, बहन, बेटियों पर नजर डालते हैं।
एक सवाल है
मेरा उन अमीरों से
जो गरीबों को
अपने पैरों की जुती समझते हैं।
एक सवाल है
मेरा उन ससुराल वालों से
जो बहुओं को खरीदी गई
कठपुतली समझते हैं।
एक सवाल है
मेरा उन माता-पिता से
जो बिना देखे
अपने जिगर का टुकड़ा
हैवानों के हाथ सोंप देते हैं।
एक सवाल है सरकार से
कब अपराध खत्म होगा?
कब किसानों को सही दाम मिलेगा?
कब सड़कें बरसात में बिगड़ेगी नहीं?
आखिर कब, एक सवाल है।।
Written by Radha Rani
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