वक्त के हाथो ने
ऐसा पटका मुझे
सम्भलने का मौका ना निला
गिरी एसा मैं
ऐसा पटका मुझे
सम्भलने का मौका ना निला
गिरी एसा मैं
अब भी दिल रो देता है जब भी उन गलियों से गुजरती हूं तेरे होने का एहसास होता है अचानक से कदम खुद रुक जाते हैं और मैं वहीं एक टक तुम्हें वही ढु...
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