दर्द इतना है
कैसे बयां करूं
बस इतना समझ लो
कि जी रहे हैं हम
कैसे बयां करूं
बस इतना समझ लो
कि जी रहे हैं हम
अब भी दिल रो देता है जब भी उन गलियों से गुजरती हूं तेरे होने का एहसास होता है अचानक से कदम खुद रुक जाते हैं और मैं वहीं एक टक तुम्हें वही ढु...
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