एक छोटी सी सिकायत है
मुझे मेरे रब से
तुमने मुझे बनाया क्यों
अगर बनाया तो बनाया
ऐसी जिंदगी मुझे दी क्यों
जिसका न तो कोई ओर है
ना ही कोई छोर
जिये जा रहे हैं, जिये जा रहे हैं
बस यूं ही मजे किए जा रहे हैं
ना ही किसी की फ़िक्र है
ना ही किसी की जिक्र
ना ही कोई सपना है
ना ही कोई अपना है
बस जिये जा रहे हैं
जिये जा रहे हैं
बस मज़े किए जा रहे हैं।।
Radha Rani
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